



झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार कर दिया है। इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के 11 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। विधायकों को शपथ दिलाने से पहले स्टीफन मरांडी ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह का संचालन किया और नव नियुक्त मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
कैबिनेट विस्तार में गठबंधन का संतुलन
हेमंत सोरेन ने कैबिनेट विस्तार में गठबंधन के संतुलन का पूरा ध्यान रखा है। झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों को बराबर प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “यह विस्तार राज्य के विकास को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा। हमने जनप्रतिनिधियों को उनके अनुभव और योग्यता के आधार पर चुना है।”
राधाकृष्ण किशोर: पहली शपथ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण किशोर को सबसे पहले मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। छतरपुर से विधायक किशोर चौथी बार विधानसभा पहुंचे हैं। उनके राजनीतिक अनुभव और कार्यशैली को देखते हुए उन्हें महत्वपूर्ण विभाग मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें बधाई देते हुए उनके अनुभव को सरकार की ताकत बताया।
दीपक बिरुवा: पहली बार मंत्री पद
झामुमो के दीपक बिरुवा ने दूसरी शपथ ली। चाईबासा से चौथी बार विधायक बने बिरुवा पहली बार कैबिनेट में शामिल हुए हैं। बिरुवा की छवि एक जमीनी नेता की है, जो क्षेत्रीय विकास और आदिवासी कल्याण के मुद्दों पर मुखर रहते हैं।
चमरा लिंडा: जेएमएम का नया चेहरा
तीसरी शपथ जेएमएम के चमरा लिंडा ने ली। बिशुनपुर से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए लिंडा भी पहली बार मंत्री बने हैं। लिंडा की प्राथमिकता क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और आदिवासी अधिकारों की रक्षा करना है।
आरजेडी से संजय प्रसाद यादव की एंट्री
राष्ट्रीय जनता दल की ओर से गोड्डा के विधायक संजय प्रसाद यादव ने मंत्री पद की शपथ ली। यादव के मंत्री बनने को आरजेडी की बढ़ती ताकत के रूप में देखा जा रहा है। पहली बार मंत्री बने यादव ने कहा कि वह किसानों और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं लाने का प्रयास करेंगे।
अन्य मंत्रियों की सूची
शपथ ग्रहण समारोह में अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इनमें जेएमएम के रामदास सोरेन, कांग्रेस के इरफान अंसारी और हफीजुल हसन प्रमुख हैं। हफीजुल हसन ने उर्दू में शपथ लेकर सबका ध्यान आकर्षित किया।
इरफान अंसारी: नई जिम्मेदारियों की ओर
जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। वह तीसरी बार विधायक बने हैं और दूसरी बार मंत्री का पद संभालेंगे। अंसारी ने कहा कि वह क्षेत्र में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए काम करेंगे।
हफीजुल हसन की खास प्रस्तुति
जेएमएम के अल्पसंख्यक चेहरा हफीजुल हसन ने उर्दू में शपथ ली, जो समारोह का एक खास आकर्षण रहा। उन्होंने अपने पिता के राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की बात कही और कहा कि वह अल्पसंख्यक समुदाय के लिए विशेष योजनाएं लाएंगे।
सामाजिक और राजनीतिक संदेश
कैबिनेट विस्तार से गठबंधन की एकजुटता और सरकार की प्राथमिकताओं का संदेश दिया गया है। आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय को प्रतिनिधित्व देने पर खास जोर दिया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विस्तार सरकार की स्थिरता और प्रभावशीलता को मजबूत करेगा।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने इस कैबिनेट विस्तार पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने इसे संतुलित बताया, जबकि कुछ ने इसे महज राजनीतिक समीकरण साधने की कवायद करार दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “कैबिनेट विस्तार से जनता की उम्मीदें पूरी नहीं हो सकीं।”
आगे की चुनौतियां
नए मंत्रियों के सामने क्षेत्रीय विकास, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार जैसी चुनौतियां होंगी। देखना होगा कि यह नया मंत्रिमंडल जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरता है।
