मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी और मुंबई-धनबाद में विस्फोट की साजिश के संदेश के पीछे की सच्चाई सामने आई है। यह मामला उस वक्त उछला, जब मुंबई पुलिस को धमकी भरे 15 संदेश मिले। संदेशों में खुद के किडनैप होने, अवैध हथियार निर्माण, और देश में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले की साजिश का जिक्र था। लेकिन, जांच के बाद सामने आया कि यह एक सैलरी विवाद का बदला लेने के लिए भेजा गया फर्जी संदेश था।
कैसे शुरू हुआ मामला?
7 दिसंबर 2024 की रात 1:58 बजे से 2:26 बजे के बीच, मुंबई पुलिस के पास एक अज्ञात नंबर से 15 संदेश आए। इन संदेशों ने देशभर की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया। इन संदेशों में धनबाद और मुंबई में धमाके, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश, और इंडियन आर्मी को बर्बाद करने के लिए अवैध हथियार निर्माण का जिक्र था।
इन संदेशों में इरफान रजाड़िया और प्रिंस खान नामक व्यक्तियों का जिक्र किया गया, जिन्हें इन कथित साजिशों का मास्टरमाइंड बताया गया।
अजमेर से गिरफ्तार हुआ आरोपी
जांच के बाद, धमकी भरे संदेश भेजने वाले व्यक्ति का लोकेशन राजस्थान के अजमेर में मिला। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस, एटीएस, आईबी, और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर अजमेर रेलवे स्टेशन से आरोपी मिर्जा मोहम्मद नदीम बेग को गिरफ्तार किया।
नदीम बेग झारखंड के धनबाद के न्यू कॉलोनी मठकुरिया का रहने वाला है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने यह सब केवल अपनी निजी दुश्मनी निकालने के लिए किया।
सैलरी विवाद बना कारण
नदीम बेग ने पुलिस को बताया कि उसका अपनी कंपनी के मैनेजर से सैलरी को लेकर झगड़ा हुआ था। कंपनी के मालिक इरफान रजाड़िया ने उसकी सैलरी रोक दी थी। इस गुस्से में उसने मुंबई पुलिस को यह धमकी भरे संदेश भेजे। उसने इरफान को आतंकवादी गतिविधियों से जोड़कर उसे फंसाने की साजिश रची।
संदेशों में क्या था?
नदीम बेग ने अपने संदेशों में कई चौंकाने वाले दावे किए थे:
- खुद के किडनैप होने का दावा: उसने संदेश में कहा कि उसे किडनैप कर लिया गया है।
- अवैध हथियार निर्माण: उसने दावा किया कि कंपनी में इंडियन आर्मी को बर्बाद करने के लिए अवैध हथियार बनाए जा रहे हैं।
- धमाके की योजना: उसने लिखा कि प्रिंस खान धनबाद में और इरफान रजाड़िया मुंबई में धमाके की साजिश कर रहे हैं।
- प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश: संदेश में पीएम मोदी को मारने की बात कही गई।
- लड़कियों की तस्करी: उसने इरफान पर यह भी आरोप लगाया कि वह लड़कियों की तस्करी करता है।
सुरक्षा एजेंसियों का त्वरित एक्शन
संदेश मिलते ही महाराष्ट्र की वर्ली पुलिस और देश की अन्य सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं। संभावित खतरे को देखते हुए मुंबई और धनबाद में सुरक्षा बढ़ा दी गई। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद साजिश के फर्जी होने की पुष्टि हुई।
आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
नदीम बेग पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और साइबर अपराध के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की अफवाह फैलाकर न केवल देश की सुरक्षा को खतरे में डाला गया, बल्कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का समय और संसाधन भी बर्बाद किए गए।
सबक और चेतावनी
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि किसी भी निजी दुश्मनी के लिए इस तरह की फर्जी साजिश रचने से बचा जाना चाहिए। इस मामले ने दिखाया कि कानून झूठी सूचना फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करता है।