



बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के जोड़ाफाटक रोड स्थित नंदलोक अपार्टमेंट में साइबर अपराधियों के गढ़ पर साइबर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अपार्टमेंट के कमरा नंबर 303 से पुलिस ने 6 साइबर अपराधियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ये अपराधी ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर लोगों को धोखा देकर उनसे मोटी रकम वसूल रहे थे।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
साइबर पुलिस को सूचना मिली थी कि अपार्टमेंट के एक कमरे में साइबर अपराधियों का गिरोह सक्रिय है। सूचना के आधार पर साइबर पुलिस ने प्रतिबिंब एप की मदद से संदिग्ध कमरे की पहचान की और छापेमारी की। पुलिस ने मौके पर अपराधियों को ठगी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा।
पकड़े गए अपराधी विभिन्न राज्यों से
गिरफ्तार अपराधियों में तीन तमिलनाडु के, एक महाराष्ट्र का, एक धनबाद के झरिया का और एक सिंदरी का निवासी है। यह गिरोह तकनीकी उपकरणों और सॉफ्टवेयर का उपयोग कर लोगों को ऑनलाइन लोन दिलाने के झूठे वादे करता था।
बरामदगी में कई सबूत शामिल
पुलिस ने छापेमारी के दौरान अपराधियों के पास से एक दर्जन से अधिक मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड और एक डायरी बरामद की है। डायरी में ठगी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दर्ज थी, जो जांच के लिए बेहद अहम साबित हो सकती है।
ऐसे फंसाते थे लोगों को जाल में
साइबर पुलिस के अनुसार, यह गिरोह ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर लोगों से संपर्क करता था। पहले ये लोग जरूरतमंदों को आकर्षक ब्याज दर पर लोन देने का झांसा देते थे और फिर प्रोसेसिंग फीस, कागजात शुल्क, या अन्य बहाने बनाकर उनसे मोटी रकम वसूलते थे। लोन स्वीकृति के नाम पर ये बार-बार पैसे मांगते और अंततः पीड़ित को ब्लॉक कर देते थे।
पुलिस की जांच जारी
फिलहाल, पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि इनका नेटवर्क अन्य राज्यों में भी फैला हो सकता है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके संपर्कों की तलाश की जा रही है।
साइबर अपराध पर कड़ी नजर
धनबाद साइबर पुलिस लगातार ऐसे अपराधियों पर नजर रख रही है। इस छापेमारी को पुलिस की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। आम जनता से भी अपील की गई है कि वे ऑनलाइन लोन के नाम पर किसी अज्ञात व्यक्ति या प्लेटफॉर्म को पैसे न दें और सतर्क रहें।
