धनबाद में वायरल संक्रमण के कहर से हर घर में लोग बीमार हो रहे हैं। काफी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। तेजी से लोग बुखार, बदन दर्द की चपेट में आ रहे हैं।
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज, अस्पताल, और सदर अस्पताल में वायरल संक्रमण से प्रभावित मरीजों की संख्या में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है।
वायरल संक्रमण से प्रभावित बच्चों की देखभाल
मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉक्टर, यूके ओझा ने बताया कि सर्दी, बुखार, और बदन दर्द के बाद लोगों में काफी दिनों तक खांसी के लक्षण दिख सकते हैं। जिन मरीजों की पहले से ही कमजोर शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता हो, उन्हें वायरल संक्रमण ज्यादा प्रभावित कर सकता है। अस्पताल के ओपीडी में हर दिन डेढ़ सौ से ज्यादा वायरल संक्रमण के मरीजों का इलाज हो रहा है। इसके अलावा, शिशु रोग विभाग में भी हर दिन 50 से अधिक बच्चे संक्रमित हो रहे हैं।
कमजोरी और बदन दर्द की अधिकतम शिकायतें
डॉक्टर ओझा ने बताया कि बुखार और बदन दर्द के बाद वायरल संक्रमण के कारण फेफड़ों में भी संक्रमण हो सकता है। इसके कारण 10 से 15 दिन तक सूखी खांसी हो सकती है। अधिकांश मरीज कमजोरी की शिकायत कर रहे हैं, खासकर 30 वर्ष से ऊपर के मरीज। आमतौर पर 30 से ऊपर के लोगों में शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ सकती है। मेडिसिन विभाग इसके लिए अलग से मरीजों का इलाज कर रहा है।
इन सावधानियों का पालन करें
- भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचें।
- खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- बारिश के पानी में न जाएं।
- बाहर का खाना न खाएं।
- ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं।
- फ्रिज में रखे खाने को न खाएं।
- ठंडे पानी का सेवन न करें।
- खुले में रखे खाद्य पदार्थों को न खाएं।
- यदि तीन दिन से अधिक बुखार है, तो संक्रमण की जांच कराएं